वरुण चक्रवर्ती का जन्म 29 अगस्त 1991 के दिन तमिलनाडु के करायकुंडी में हुआ था, वरुण की फैमिली मध्यमवर्गीय थी फिर भी उनकी फैमिली ने उसको क्रिकेट करियर में हेल्प की.
वरुण चक्रवर्ती ने अपनी शुरुआती पढ़ाई St. Patrick's Anglo indian Higher secondary school से की उसके बाद चक्रवर्ती ने SRM यूनिवर्सिटी से Bachelor of Architecte की डिग्री हासिल की और थोड़े समय उसने आर्टिकेट का काम भी किया पर उसका क्रिकेट के जुनून की वजह से उन्होंने अपने प्रोफेशन को क्रिकेट की और मोड़ा.
वरुण पहले तो तेज गेंदबाजी करते थे परन्तु एक बार उनको चोट लगने की वजह से वो स्पिन गेंदबाजी करने लगे, उसने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत तमिलनाडु प्रीमियर लीग (Tamil Nadu Primier Legue) से की उन्होंने 'मिस्ट्री स्पिन' से की और साल 2018 में विजय हजारे ट्रॉफी में 9 मैचों में 22 विकेट्स लेकर सबका ध्यान अपनी और खींचा.
2018 के विजय हजारे ट्रॉफी के शानदार प्रदर्शन के बाद वरुण को आईपीएल में डेब्यू करने का चांस मिला, 2019 में टीम पंजाब ने वरुण को 8.4 करोड़ में खरीद कर अपनी टीम में शामिल किया हालांकि उस डेब्यू में उनको संघर्ष करना पड़ा पर साल 2020 में टीम कोलकाता अपनी टीम में शामिल किया और उसी साल वरुण ने दिल्ली कैपिटल के खिलाफ 5 विकेट बनाकर अपने आप को साबित किया.
आईपीएल 2020 के शानदार प्रदर्शन के बाद वरुण को 2021 में इंटरनेशनल डेब्यू करने का मौका मिला, वरुण ने हमेंशा अपनी मिस्त्री स्पिन से सबको प्रभावित किया है. माना कि उनको इंटरनेशनल में उनको मैच खेलने के अवसर कम मिले पर उनको जब भी अवसर मिला उसने अच्छा ही खेला है.
इंजिनियर से क्रिकेटर : वरुण चक्रवर्ती ने अपने करियर की शुरुआत आर्किटेक के रूप से की थी पर उनका क्रिकेट में रुचि होने की वजह से उसने आर्किटेक छोड़ कर क्रिकेट पर ही फोकस किया.
मिस्ट्री स्पिनर : वरुण चक्रवर्ती 6 से भी ज्यादा प्रकार की गेंदे फैंक सकते है जैसे कि, काम बोल, फ्लिपर, लेग ब्रेक और गुगली जैसी गेंदे फैंक सकते है, उसकी अलग अलग स्टाइल की गेंदे फैंक सकने की ताकत से ही उनको मिस्ट्री स्पिनर कहा जाता है.
सबसे महंगे खिलाड़ी : आईपीएल 2019 में वरुण को टीम पंजाब ने 8.4 करोड़ देकर अपनी टीम में शामिल किया था, उस साल वो सबसे महंगे खिलाड़ी में से एक थे.
वरुण चक्रवर्ती की कहानी एक साधारण युवक की असाधारण सफलता का एक अच्छा उदाहरण है, उन्होंने अपनी लाइफ में आर्किटेक से मिस्ट्री स्पिनर बनने में बहुत संघर्ष किया है वे आज युवाओं के लिए एक मिशाल बन चुके है, हम भी उनके संघर्ष के काफी कुछ सिख सकते है और अपनी लाइफ में आगे बढ़ सकते है.