खेत की मिट्टी का टेस्ट - ठंडे इलाके का माहोल के बाद आपको खेत की मिट्टी का टेस्ट भी करवाना पड़ेगा, इससे पता चलता है की आपकी जमीन से स्ट्रॉबेरी का अच्छा उत्पादन होगा या नहीं। अक्सर स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए PH 5.0 से PH 6.5 वाली मिट्टी अच्छी मानी जाती है।
लागत और प्रॉफ़िट - अगर हम स्ट्रॉबेरी की खेती में लागत की बात करें तो आपको एक एकड़ में कम से कम दो से चार लाख की लागत आएगी, इसमे पौधों का खर्चा, सिंचाई, खाद और कीटनाशक सबकी लागत या जाएगी। अगर हम इसमे प्रॉफ़िट की बात करें तो आपको एक एकड़ में कम से कम 10 से 15 लाख की कमाई हो सकती है।
खेती के लिए स्ट्रॉबेरी के पौधे कहाँ से लाए - भारत में हिमाचल प्रदेश, पंजाब और उतराखंड में स्ट्रॉबेरी की खेती ज्यादा होती है, इसीलिए आपको उसके पौधे वहाँ से आसानी से मिल जाएंगे।
स्ट्रॉबेरी की खेती कब शुरू करनी चाहिए - इस खेती के लिए सितंबर और अक्टूबर सही समय है इसीलिए आपको सितंबर से पहले खेती को कम्प्लीट करना होगा। सितंबर से पहले कम्प्लीट होने के बाद आप सितंबर की शुरुआत में ही स्ट्रॉबेरी के पौधे लगा सकते है।
स्ट्रॉबेरी की खेती लिए खेत में तैयारियां एवं क्यारियाँ - स्ट्रॉबेरी के पौधे लगाने से पहले आपको खेत की तैयारियां अच्छी करनी होगी। आपको इसमे अच्छी जुताई, सड़ा हुआ खाद और जरूरत के हिसाब से रासायणीक खाद भी डालना होगा।
क्यारियाँ की बात करें तो टपक सिंचाई के अनुसार क्यारियाँ एवं दो क्यारियों के बीच सही जगह भी राखी होगी ताकि पेड़ बाद होने पर की तकलीफ न हो। दो क्यारियाँ के बीच अक्सर 50 से 60 सेंटी मीटर का गैप होना सही माना जाता है।
स्ट्रॉबेरी के पौधों को रोग से कैसे बचाए - हर फल के पौधे में कुछ न कुछ रोग आते ही रहते है इसी तरह स्ट्रॉबेरी की खेती ठंडे माहोल में होती है इसीलिए इसमें रोग आने की संभावना ज्यादा रहती है इसीलिए आपको समय समय पर रोग की पहचान करके दवाई का छँटकव करना होगा।