शेयर मार्केट एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां कंपनियों के शेयर (हिस्सेदारी) खरीदे और बेचे जाते हैं. यह निवेशकों को पैसा बढ़ाने का मौका देता है, लेकिन इसमें जोखिम भी होता है.
स्टॉक्स किसी कंपनी में हिस्सेदारी दर्शाते हैं. जब आप किसी कंपनी के स्टॉक्स खरीदते हैं, तो आप उसके आंशिक मालिक बन जाते हैं और मुनाफे में हिस्सेदार होते हैं.
कंपनियां शेयर जारी करके फंड इकट्ठा करती हैं और कंपनियां इस शेयर से आए हुए पैसे का उपयोग अपने नए प्रोजेक्ट्स, लोन की भरपाई, रिसर्च और डेवलपमेंट, मार्केटिंग और वर्किंग कैपिटल के लिए पैसे का उपयोग कर सकते है.
शेयर मार्केट के जरिए आप कंपनी के स्टॉक को बेच और खरीद सकते हो, अगर आपको कोई कंपनी का स्टॉक खरीदते हो तो आपका डीमैट अकाउंट डेबिट होगा और सामनेवाली कंपनी का अकाउंट क्रेडिट होगा.
स्टॉक की क़ीमत डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करती है, मान लो अगर कोई कंपनी के शेयर की डिमांड बढ़ती है तो शेयर के भाव भी बढ़ेंगे और अगर कोई शेयर की डिमांड कम और सप्लाई ज्यादा हो रही है तो स्टॉक की क़ीमत घटेगी.
1. प्राइमरी मार्केट : यह प्राइमरी मार्केट कंपनियों के लिए पैसा जुटाने का पहला प्लेटफॉर्म है, इसमें कंपनियां पहली बार अपने शेयर IPO (Initial Public Offer) करती है और इसमें कोई भी निवेशक कंपनी के शेयर खरीद सकती है.
2. सेकेंडरी मार्केट : यह मार्केट में पहले से जारी किए गए शेयरों की खरीदी बिक्री होती है, कोई भी निवेशक स्टॉक एक्सचेंज के जरिए स्टॉक को खरीद और बेच सकते है. यह मार्केट में शेयर के भाव डिमांड और सप्लाई के आधार पर ऊपर नीचे होते रहते है.
लॉन्ग टर्म रिटर्न : अगर आपने कोई स्टॉक में निवेश किया है और वो कंपनी हर साल प्रॉफिट ही कमा रही है तो और सालों साल शेयर की डिमांड भी बढ़ रही है तो आपके शेयर का भी भाव बढ़ेगा और आपको लॉन्ग टर्म रिटर्न का फायदा भी मिलेगा.
डिविडेंड इनकम : अगर आपने कोई स्टॉक में निवेश किया है और कंपनी हर साल प्रॉफिट करता है तो कंपनी अपने प्रॉफिट को अपने निवेशकों को डिविडेंड के रूप में बांट देंगे इसीलिए आपकी इनकम भी बढ़ेगी इसीलिए अगर आपने लंबे समय के लिए स्टॉक्स में निवेश किया है तो आपको डिविडेंड इनकम भी बढ़ेगी.
1. बाजार जोखिम : शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव सामान्य है. आर्थिक मंदी, ब्याज दरों में बदलाव, और वैश्विक घटनाओं के कारण बाजार प्रभावित हो सकता है, जिससे निवेशकों को नुकसान हो सकता है.
2. कंपनी का जोखिम : यदि किसी कंपनी का प्रदर्शन खराब होता है, प्रबंधन में गलती होती है, या कोई घोटाला सामने आता है, तो उसके शेयर की कीमत गिर सकती है, जिससे निवेशकों को बड़ा नुकसान हो सकता है.
- एक Demat और Trading Account खोलें - एक अच्छी ब्रोकर (Zerodha, Upstox, Groww) चुनें - स्टॉक्स रिसर्च करें और निवेश करें
Upstox के साथ ट्रेडिंग शुरू करें : अब शेयर मार्केट में निवेश करना आसान है! Upstox पर फ्री Demat और Trading Account खोलें और स्टॉक्स, IPO और म्यूचुअल फंड्स में निवेश शुरू करें.